Patanjali Satavari churan Benefits & Side Effects in hindi

पतंजलि शतावरी के फायदे और नुकसान

Patanjali Satavari churan Benefits & Side Effects


शतावरी (Asparagus racemosus) एक जड़ी-बूटी है. शतावरी नेपाल, श्रीलंका, भारत और हि‍मायलय में मि‍लती है. यह 1 से 2 मीटर लंबी होती है. शतावरी (satavar, shatavari, or shatamull) की पहचान 1799 में की गई थी. असल में भारत में शतावरी वसंत ऋतु की एक सब्जी के तौर पर जानी जाती है. यह लिली (लिलीसेए) परिवार से जुड़ी है. शतावरी को यौन इच्छा बढ़ाने वाली एक प्राकृतिक औषधि की तौर पर जानी जाती रही है. शतावरी को एक कामोद्दीपक भी कहा जाता है. इसका मतलब है ऐसी जड़ी बूटी जो काम इच्छा को बढ़ाने का काम करती है. भले ही शतावरी यौन इच्छा और सेक्स ड‍िजायर को बढ़ाने के लि‍ए एक दवा के तौर पर मशहूर है, लेक‍िन इसके और भी फायदे हैं।

शतावरी वजन कम करने में मददगार है. इतना ही नहीं गर्भावस्था में शतावरी के बहुत फायदे हैं. शतावरी क‍िडनी के लि‍ए भी फायदेमंद है. यूटीआई के लि‍ए शतावरी अच्छी है. इतना ही नहीं शतावरी हैंगओवर को भी दूर करती है. तो एक नजर शतावरी के फायदे और नुकसानों पर ।


शतावरी के गुण: 

● शतावरी में काफी पोषक तत्व होते हैं. इसमें फैट या कोलेस्ट्रॉल नहीं होता. इतना ही नहीं यह बेहद लो कैलोरी और कम सोडियम वाला आहार है।

● शतावरी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन बी 6, फोलेट, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं।

● शतावरी मूत्र प्रवाह बढ़ाने का काम करती है। और इसी के चलते यह गुर्दे को साफ करने में भी कि‍रदार न‍िभा देती है।
● रोमनों और युनानी में गुर्दे की पथरी के लि‍ए शतावरी को इस्तेमाल क‍िया जाता है।

● खांसी या दस्त में शतावरी काफी फायदेमंद है।

शतावरी के फायदे –

शतावरी के कई फायदे होते हैं. यह गठिया और जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होती है. यह मेटाबॉल‍िजम को अच्छा बनाती है. हार्मोनल ड‍िसबेलेंस, गैस्ट्रिक अल्सर, कब्ज जैसी समस्याओं को भी यह दूर करती है. इसे यौन इच्छा को बढ़ाने वाली औषध‍ि के तौर पर बहुत ही पहले से जाना जाता है, लेक‍िन यह पढ़कर आपको और अच्छा लगेगा क‍ि यह स्ट्रेस, हार्ट और बीपी को भी न‍ियंत्र‍ित रखती है. तो एक नजर में जानें शतावरी के उपयोग, फायदे व नुकसान. एक नजर शतावरी के और फायदों पर

 Benefits of Shatavari in Hindi–
 शतावरी कई फायदे 

◆ गर्ल ब्रेस्ट एनलार्जमेंट

महिलाओ के लिए ये बहुत ही उपयोगी है। अगर कोई महिला गर्भास्था के बाद दूध नही बन रहा है तो उन्हें इस सतावरी चूर्ण को दो बार दूध के साथ खाना खाने के बाद ले।
अगर कोई महिला ब्रेस्ट एंलार्ज करना चाहती है तो इसका उपयोग कर सकते है।

◆  वजन कम करें- 

अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं तो शतावरी आपके ल‍िए रामबाण साबि‍त होगी. शतावरी में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं. जो वजन कम करने में काफी मददगार होते हैं. इतना ही नहीं जैसा क‍ि हमे बता चुके हैं शतावरी में फैट और कैलोरी बहुत ही कम होते हैं. जो एक वजन कम करने के दौरान एक अच्छा आहार साब‍ित होगा. 

◆  हैंगओवर करे दूर – 

शतावरी में मि‍नरल होते हैं और साथ ही साथ इसमें अमीनो एसिड भी होता है. तो रात भर की पार्टी के बाद हुए हॉगओवर को दूर करने के लि‍ए यह एक अच्छा नुस्खा साबि‍त हो सकती है।

◆ दिल रहेगा हेल्दी-

शतावरी में बहुत ही कम कोलेस्ट्रॉल होता है. जो दि‍ल के लि‍ए बहुत ही अच्छा साब‍ित होता है. इसके अलावा शतावरी एंटीऑक्सिडेंट हैं. जो दि‍ल के रोगों को दूर रखने के लि‍ए फायदेमंद है. 

◆ लंबी उम्र के ल‍िए –

एंटीऑक्सिडेंट ग्लूटाथियोन होने से शतावरी उम्र बढ़ाने की प्राकृत‍िक दवा है।

● चमकदार त्वचा के लिए –

शतावरी घाव भरने में मदद करती है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट ग्लूटाथियोन होता है जो मुंहासे को रोकने में मददगार है।

◆ गर्भावस्था के दौरान –

शतावरी में मौजूद फोलेट प्रेगनेंसी के शुरुआती चरणों में काफी अच्छी साब‍ित होता है। फोलेट बच्चे के जन्म से जुड़े दोषों और जोखि‍मों को कम करता है।

◆ कैंसर का खतरा करे कम –

कई शोधों में यह बात सामने आई है क‍ि शतावरी में मौजूद सल्फोराफेन कैंसर को रोकने में मदद करता है। इतना ही नहीं शतावरी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लमाटरीज भी होते है। यह दोनों ही कैंसर के खतरे को कम करते हैं।

◆ यूरि‍न संक्रमण और कि‍डनी के लिए –

युर‍िन संक्रमण या यू टी आई  और क‍िडनी के ल‍िए शतावरी बेहद उपयोगी है। यह एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है। और अगर आप बार-बार युर‍िन जाएंगे तो यह शरीर से अतिरिक्त नमक और तरल पदार्थ का बाहर करने का काम करेगा। इसलि‍ए शतावरी को लेने से क‍िडनी और यूटीआई दोनों में ही राहत मि‍ल जाती है।

शतावरी के नुकसान 

Shatavari Side Effects

वो कहते हैं न क‍ि अत‍ि हर चीज की बुरी होती है।तो शतावरी के भी कई साइड इफेक्ट हैं।
- अगर इसे त्वचा पर सीधे लगा लि‍या जाए तो यह एलर्जी दे सकती है.
- इसके अलावा युर‍िन में बदबू भी पैदा कर सकती है.
- अगर आपको प्याज, लहसुन से एलर्जी है तो शतावरी से बचें. 

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