साइनस के दर्द को हाथों-हाथ दूर करता है अदरक का 1 टुकड़ा


साइनस के दर्द को हाथों-हाथ दूर करता है अदरक का 1 टुकड़ा



जानें प्रयोग करने का तरीका–


साइनस के रोगियों को अक्सर सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
इसमें  आंखों में पलकों के ऊपर या दोनों किनारों पर दर्द रहता है।
दर्द होना, नाक से पानी गिरना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं।

साइनस नाक से संबंधित एक ऐसी बीमारी है जिसका प्रकोप सर्दियों में ज्यादा देखने को मिलता है। जिन लोगों को साइनस की समस्या होताी है उन्हें सिर, नाक और नाक के आसपास के एरिया में बहुत तेजी से दर्द होता है। इसके कारण नाक बंद होना, सिर में दर्द, आधे सिर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी गिरना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। इसके अलावा हल्का बुखार, आंखों में पलकों के ऊपर या दोनों किनारों पर दर्द रहता है, तनाव के कारण चेहरे पर सूजन भी आती है। यही रोग आगे चलकर अस्थमा, दमा जैसी गंभीर बीमारियों में भी बदल सकता है। आज हम आपको साइनस से छुटकारा पाने के लिए अदरक के जबरदस्त फायदे बता रहे हैं। 
आइए जानते हैं क्या हैं ये–

साइनस और अदरक में संबंध

साइनस के रोगियों को अक्सर सांस लेने में भी दिक्कत होती है। श्वास संबंधी समस्याओं से आराम पाने के लिए अदरक का एक टुकड़ा बहुत फायदेमंद है। आप अदरक को पीसकर इसे पानी में उबालकर भी पी सकते हैं।  एक टुकड़े अदरक  से नाक और उसके आसपास के इलाके में मसाज भी कर सकते हैं। इससे तुरंत आराम तो मिलता ही है साथ ही मांसपेशियों रिलेक्स भी होती हैं। इसके अलावा, आप गर्म पानी में युकलिप्टुस तेल के पाइन तेल की कुछ बूँदें मिला सकते हैं और साइनस के लक्षणों से राहत पाने के लिए इसकी भांप ले सकते है।

साइनस के लक्षण

साइनस की वजह से माथे पर, गालों व ऊपर के जबड़े में दर्द होने लगता है। सिरदर्द आगे झुकने व लेटने से और बढ़ जाता है। कई बार तो नाक बंद होना, थकान, सर्दी के साथ बुखार, चेहरे पर सूजन व नाक से पीला या हरे रंग द्रव्य बहना आदि लक्षण होते हैं। इसे साइनोसाइटिस कहा जाता है। साइनस एक स्वास्थ्य समस्या है जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि कुछ एहतियात व घरेलू नुस्खों की मदद से इसके लक्षणों से राहत पायी जा सकती है।

साइनस के लिए अन्य घरेलू नुस्खे

संक्रमण के दौरान कम मात्रा में खाएं। ऐसे में साबुत अनाज, सेम, दाल, हल्की पकायी सब्जियों, सूप, आदि का सेवन करें। बलगम बनाने वाले खाद्य पदार्थों जैसे, फ्लोर प्रोडक्ट्स, अंडे, चॉकलेट, तला हुआ और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, चीनी और डेयरी उत्पादों आदि के सेवन से बचें। साथ ही खूब सारा पानी पियें।
साइनस का पहला संकेत महसूस होते ही लगभग 180ml पानी में 1-2 चम्मच अनफ़िल्टर्ड सेब साइडर सिरका और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3 बार 5 दिनों तक लें। सेब साइडर सिरका बलगम को तोड़ता है, जिससे वह आसानी से बाहर आ जाता है।
ये खट्टे एक्स्ट्रैक्ट शक्तिशाली प्राकृतिक एंटीबायोटिक होते हैं। जो कि और रोगाणुओं, परजीवी, बैक्टीरिया, वायरस और कैंडीडा यीस्ट सहित 30 प्रकार के कवकों को रोकने के लिए उपयोग किये जाते हैं। साइनस संक्रमण होने पर आप इसका नाक में डालने वाला स्प्रे भी ले सकते हैं।
साइनस एक श्वास संबंधी समस्या है। इस प्रकार की समस्याओं से राहत पाने के लिए, थोड़ा काला जीरे के बीज ले और उन्हें एक पतले कपड़े में बांधे। तुरंत राहत पाने के लिए थोड़ी देर इस कपड़े के माध्यम से सांस लें। ऐसा करने से सायनस के दर्द से राहत मिलती है।
साइनस का दर्द होने पर भाप लेना फायदेमंद होता है। इसके लिए गर्म पानी में युकलिप्टुस तेल यी पाइन तेल की कुछ बूंदें मिला कर उसकी भाप लें। साइनस के लक्षणों से राहत पाने के लिए आप दिन में 1 दो 2 बार इसकी भाप ले सकते हैं।
एक छोटी प्याज और लहसुन को एक साथ कूट कर पानी में उबाल कर भाप लेने से साइनस के सिरदर्द में लाभ होता है। साथ ही गर्म कपड़ा या फिर गर्म पानी की बोतल गालों के ऊपर रखकर सिकाई करने से भी फायदा होता है। यह प्रक्रिया लगभग एक मिनट के लिए दिन में तीन बार करनी चाहिए।  आप अपने नियमित भोजन में प्याज और लहसुन को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा साइनस के सिरदर्द को कम करने के लिए प्रत्येक नथुने पर प्याज के रस की दो-दो बूंदें भी रख सकते हैं।

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