धनिया के लाभ/Benefits of Corriander

धनिया के लाभ/Benefits of Corriander

  • सूखा धनिया पीस लें, उसमें चार गुना मिश्री मिलाकर शीशी में भरकर रखें। एक-एक चम्मच दो बार पानी के साथ लेने से अमल–पित में अत्यंत लाभ होता है। इसमें पेशाब भी खुलकर होता है।

  •  3 से 4 ग्राम धनिया को 400 मिली पानी में पकाकर जब 100 मिली शेष बचे, तब छानकर शीतल कर लें, उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पानी से रक्त प्रदर या शरीर में होने वाली गर्मी में लाभ होता है ।

  • गर्भावस्था में वमन होने पर या बच्चों पर को वमन होने पर 2 से 3 ग्राम धनिए को कूटकर लगभग 400 मिली पानी में भिगोकर उसे छान लें , उसमें थोड़ा शहद मिलाकर थोड़ी थोड़ी देर में पिलाते रहे । उससे बेचैनी भी कम होगी व वमन शांत हो जाएगा। इस प्रयोग से खूनी दस्त में भी लाभ मिलेगा।

  •  4–5 ग्राम धनिया को उसकी थोड़ी पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरा सुंदर एवं युवान पीड़का व झाइयों से राहत हो जाता है।

  • जिन्हें काम–वासना ज्यादा परेशान करती हो , वे दो से 3 ग्राम धनिया का पाउडर कुछ समय तक नियमित रूप से ठंडे पानी के साथ लें। इससे काम वासना कम हो जाती है। प्रतिदिन 5 से 7 नीम के पत्ते चबाकर ऊपर से थोड़ा पानी पीने वाले कामवासना शांत हो जाती है । ऐसा करने से तीव्र  अम्लता (हाइपरएसिडिटी) भी तुरंत शांत हो जाती है।